इस पुस्तक में अन्य राज्यों से व बिहार आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सा परिषद पटना बिहार से पंजीकृत व सूचीकृत चिकित्सक देश में कही भी प्रक्टिस कर सकते है ! इस बारे में अनेक न्यायालयों द्वारा दिए फैसलों का हिंदी अनुवाद कर प्रकाशित किया गया है ! एक राज्य से पंजीकृत होकर दुसरे राज्यों में चिकित्सा कार्य करने वाले चिकित्सको हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण पुस्तक है ! बिहार से पंजीकृत / सूचीकृत के अंग्रेजी दवाये प्रयोग के अधिकार से सम्बन्धित महत्वपूर्ण निर्णय इस पुस्तक में दिए गये है !
------ इस पुस्तक में अलग-अलग कोर्ट द्वारा दिए गये महत्वपूर्ण निर्णय-----
CMS and ED डिप्लोमा से संबंधित सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय हिंदी में !
1. बिहार के प्रमाणपत्रधारी अन्य राज्यों में भी एलोपैथिक दवाओं में प्रैक्टिस के अधिकारी: अति. सत्र न्यायधीश
2. दवा विक्रेताओं की जांच के मामले में पुलिस हस्तक्षेप नहीं कर सकती, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला
3. बिना सबूत चिकित्सक बरी
4. बिहार से प्रमाणपत्रधारी 7 चिकित्सक एक साथ बरी
5. माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चण्डीगढ़ का महत्वपूर्ण फैसला
6. हिन्दी साहित्य सम्मेलन के वैद्य विशारद, आयुर्वेद रत्न उपाधि की मान्यता के मामले की पुनः सुनवाई हाईकोर्ट को करने के निर्देश: मा॰ सुप्रीम कोर्ट का फैसला
7. बिहार का पंजीकृत अन्य राज्यों में भी प्रैक्टिस का अधिकारी सरकार की याचिका खारिज: मा॰ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय
8. अन्य राज्यों से पंजीकृत की प्रैक्टिस में हिमाचल सरकार नहीं करेगी रोक-टोक: मा॰ हिमाचल हाईकोर्ट का मामला
9. राजस्थान बोर्ड से पंजीकृत व हरियाणा बोर्ड में फीस भरने वाला चिकित्सक हरियाणा में प्रैक्टिस का अधिकारी निचली अदालत का आदेश रद्द: अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रेवाड़ी का निर्णय
10. बिहार का प्रमाणपत्रधारी आयुर्वेदिक व एलोपैथिक दवाएं मरीजों को दे सकता है व अपने पास रख सकता है: न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी गुड़गांव का फैसला
11. बिल के साथ खरीद/बेची दवा नकली पाए जाने पर भी दवा विक्रेता दोषी नहीं
12. ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा कार से बरामद दवाओं को दवा विक्रेता को वापिस की जाए
13. न्यायालय श्री शाम लाल, पी.सी.एस., उप मंडलीय न्यायिक दण्डाधिकारी, सरदूलगढ़
14. इलैक्ट्रोपैथी से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय
15. बिल के साथ खरीदी गई दवा जांच में नकली पाए जाने पर दवा विक्रेता दोषी नहीं
16. सरकार की याचिका खारिज, बिहार का पंजीकृत अंग्रेजी दवाओं में प्रैक्टिस का अधिकारी: सत्र न्यायालय बठिण्डा का निर्णय
17. बिहार से पंजीकृत हरियाणा में एलोपैथिक दवाओं से प्रैक्टिस का अधिकारी: मा॰ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट
18. केवल दवाएं रखने से ही दोषी नहीं, चिकित्सक बरी
19. अनरजिस्टर्ड चिकित्सक भी बन सकते हैं प्रैक्टिस बशर्ते
20. राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा परिषद पटना से पंजीकृत चिकित्सक झोलाछाप नहीं
21. आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथिक चिकित्सा करने का भी अधिकारी
22. सन् 1989 से पहले उत्तीर्ण वैद्य विशारद/आयुर्वेद रत्न उपाधिकारी के म.प्र. में रजिस्ट्रेशन हेतु आदेश
23. बिहार बोर्ड से रजिस्टर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सक धारा 420 से मुक्त
24. बिहार (पटना) से रजिस्टर्ड चिकित्सकों की प्रैक्टिस में बाधा न डालें
25. बिहार से रजिस्टर्ड चिकित्सक धारा 420 से मुक्त
26. आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथिक चिकित्सा करने के अधिकारी
27. आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथिक दवाएं प्रयोग के अधिकारी (सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया)
28. जुडीशियल मजिस्ट्रेट रोपड़ (पंजाब) का निर्णय
29. जब एक व्यक्ति किसी भी प्रांत में नामांकित या पंजीकृत हो जाए तो वह स्वयं देश के किसी भी भाग में चिकित्सा कार्य कर सकता है !
30. बिहार प्रांत से रजिस्टर्ड वैद्य ने जिला मंडी हिमाचल प्रदेश में बिना लाइसेंस के एलोपैथिक औषधियों का प्रयोग करने तथा बेचने में कोई अपराध नहीं किया
31. भारत के किसी भी प्रांत का रजिस्टर्ड वैद्य संपूर्ण भारत में रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिश्नर माना जाएगा
32. रजिस्टर्ड वैद्य एलोपैथिक औषधियां रख सकते हैं, किंतु बेच नहीं सकते
33. मार्डन पैथी से आधुनिक उपकरण रखकर भी वैद्य चिकित्सा कार्य कर सकता है
34. इलक्ट्रोपैथी पद्धति के चिकित्सक बेरोकटोक चिकित्सा कार्य करते रहेंगे
35. बिहार से रजिस्टर्ड हरियाणा में चिकित्सा कार्य कर सकता है
36. इलक्ट्रोपैथी इंस्टीट्यूट अपना कार्य करते रहेंगे
37. सीएमएस डिप्लोमा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय
38. लापरवाही से हुई मौत पर चिकित्सक दोषी नहीं
39. बिहार से रजिस्ट्रेशन संबंधी नियम
40. औषधि एवं चमत्कारिक उपचार अधिनियम 1954
41. रक्त प्रदाता के मापदण्ड
42. हरियाणा सरकार द्वारा विधानसभा में पारित हरियाणा स्वास्थ्य कर्मकार विधेयक 2004 के अनुरूप रजिस्ट्रेशन हेतु बोर्ड के गठन, योग्यता, सदस्यों आदि की प्रक्रिया का विवरण
43. एक राज्य का रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशर दूसरे राज्य में चिकित्सा व्यवसाय कर सकता है
44. हरियाणा सरकार की याचिका रद्द
45. वैद्यविशारद/आयुर्वेदरत्न उपाधिकारी एलोपैथिक दवाओं से चिकित्सा कर सकते हैं
46. रजिस्ट्रेशन हेतु सशुल्क आवेदन जमा हैं वे भी चिकित्सा कार्य करने के अधिकारी
47. बिना स्वतंत्र गवाह के बरामद दवा मामले में चिकित्सक बरी
406 पेज वाली इस पुस्तक की कीमत 300/- रु व् (50 रु डाक खर्च अलग होगा )!
इस पुस्तक को अपने पते पर मंगवाने के लिए हमे आज ही फोन करे या पत्र लिखे !
HEALTH TODAY (हैल्थ टुडे)
10, Bindal Dharamshala Market,Bazar Vakilan,Inside Nagori Gate Hisar,Haryana
Phone- 098120-58674, 092543-58674, 01662-283072